मुन्ना भाई बोले

मुन्ना भाई बिग बॉस पर

सर्किट एक दिन भागता भागता मुन्ना भाई के पास आया और हाफते हुए बोला..भाई अपुन ने ना आज छोटू से सुना की बिग बॉस टीवी पे आ रहे हैं..भाई मुझे बहुत डर लगने लगा..क्या हुआ भाई?..कोई लोचा हुआ क्या?..क्या भीर से?..मुन्ना भाई बोले..हां रे सर्किट फिर से..इस बार चौथी बार..बोले तो बिग बॉस 4 ..हाए राम ..अब क्या ..हमारा क्या होगा..अरे होना क्या है..हम एंजॉय करेंगे..खूब मज़ा आयेग...भाई ये अच्छा नहीं है..अपुन ऐसा नही होने देगऽपुन सबको फोड़ डालेगा..अरे क्या अच्छा नही है..और क्या हमेशा तोड़ने फोड़ने की बात करता है..भाई यही की बिग बॉस टीवी पे आएला है..अरेस्ट हो गेयेला है..रुक रुक तो किस बिग बॉस की बात कर रहा है..अपने बॉस की और क्या...अबे एडे बिग बॉस एक रेआलिटी शो है..हां भाई तो मई कौन से नकली शो की बात कर रहा है..मई भी तो रियल शो की बात कर रहा है..जो टीवी वाले मामू लोग दिखा रहे हैं..अरे तू भी ना सर्किट..बिग बॉस एक रेआलिटी शो है..बोले तो उसमे बहुत से लोग बिग बॉस के घर मे रहते हैं और दुनिया से उनका  ख़तम हो जाता है..और जो सभी नियमों को मानते हुए अंत में पब्लिक द्वारा चुना जाता है वही जीतता है...ऐसा भाई...इसमे कैसे जाते हैं..हमे भी इसमे जाना चाहिए..हमसे अच्छा  इस गेम को कौन खेल सकता है..अरे नही रे..हम वहाँ क्या करेंगे?..हम इस ग़मे को भाई आराम से जीतेंगे..सब नियम को मानते हुए गेम बजाने मे हम तो माहिर हैं..और आपके पर्फेक्ट शॉट से एक बार मे आदमी खल्लास..अबे एडे..इसमें गोली बंदूक नही बल्कि 'शब्दों की गोली' चलाते हैं..बिग बॉस के घर का काम करना पड़ता है और पीछे में एक दूसरे के अगेन्स्ट गेम प्लॉट करना पड़ता है...इसमे हर दिन दोस्त बदलते हैं..इसमें कोई किसी का नही होता...और सभी सब के होते हैं..घर मे लड़ना झगड़ना भी होता है और दोस्ती भी होती है..फुल्तु मस्ती होती है..लोग खूब एंजाय करते हैं..अंत मे एक विनर बचता है और वो तुरंत दुनिया मे हीरो या हेरोयिन बन जाते हैं..ये गेम तो फ्लॉप है भाई..इसे कोई भी नही देखता होगा...नही सर्किट..अक्खी दुनिया में ये शो बहुत फेमस है..लोग बहुत पसंद करते हैं..इंडिया मे भी ये शो हिट है..भाई पब्लिक भी ना अनरियल को रियल..और रियल को अनरियल  समझती है..एक दूसरे की टाँग खीच कर..कानाफूसी कर कर..गाली दे कर गेम जीतने में क्या हीरो या हेरोयिन बनना..दुनिया के लिए कुछ करने मे..उल्टे सिर वाले मामूओन को फोड़ने मे हेरोयिज़म है..पब्लिक बस भागती रहती है..सच्चाई को कब समझेगी...जिसे सोसाइटी से उखाड़ फेकना चाहिए था उसमे मस्ती लेती है..अरे सर्किट..आज तूने बड़ी सनझदारी की बात कर दी..आज अगर बापू होते तो सोसाइटी मे आई गिरावट से बहुत दुखी होते..अरे भाई बापू से याद आया..आजकल दुनिया मे बापू की बहुत स्टॅच्यू लग रही है..हां रे पर स्टॅच्यू लगाने से नहीं पर बापू की बातों पर चलने से दुनिया बदलेगी..अरे दुनिया तेल लेने गयी भाई..दुनिया से हुमको क्या..अक्खी दुनिया ऐसी ही है और ऐसी ही रहेगी..नही सर्किट..अपुन को लगता है की आजकल के छोकड़े छोकड़ियों को अगर सही रास्ता दिखाया जाए तो दुनिया ज़रूर बदलेगी..मामू लोग खुद ग़लत एग्ज़ॅंपल पेश करते हैं..उनकी क्वेस्चन और डाउट का सही आनसर नही देते..इसलिए वो रेबेलियस हो जाते हैं ..सही है भाई.

नोट: मुन्ना भाई और सर्किट कॅरक्टर "मुन्ना भाई" सिरीज़ फिल्म से प्रेरित है! 


एक दिन सर्किट मुन्ना भाई से बोला " भाई यह विकीलीक-विकीलीक का मामू लोग क्या हल्ला मचाए हुए हैं... अपुन के भेजे की तो बाट लग गयी है"..मुन्ना भाई बोले "अरे सर्किट यह विकीलीक दुनिया के बड़े-बड़े मामूओ का बॅंड बजा देला है..बोले तो भाई..माने सर्किट इन मामूओ की तो बाट लग गयी है..पर वो कैसे भाई... अरे सर्किट यह जो मामू लोग हम लोगों को खाली पीली बोलबच्चन देते हैं ना.. ये अकेले मे बात करते समये एकदूसरे की मिट्टी पलिद करते हैं... ऐसा क्या भाई.. हां सर्किट और मालूम कुछ मामू तो सॉलिड गाली देते हुए पकरायले हैं...फिर उन मामूओ की तो सॉलिड लग होगी भाई..अरे सर्किट यह मामू लोग हैं ना बड़े तोप होते हैं ...जब अपनी जान पर बनती हैं ना तो दूसरों को बलि का बकड़ा बनाते हैं. अपुन लोग तो बस दस बीस को टपकाते हैं ..लेकिन यह लोग अपने प्रॉफिट के लिए हज़ारो लाखों को टपका देते हैं!
भाई पर अपुन को यह समझ मे नही आया की किस विक्की ने लीक किया ये सब बात और उस विक्की का क्या हुआ..बोले तो मामूओ ने उसका क्या किया..अरे एडे विक्की नहीं विकीलीक एक बेबसाइट है बोले तो कंप्यूटर पर जो सब छोकड़े इंटरनेट करते हैं ना वही..तेरी आईटी स्किल है न विल्कुल ज़ीरो है..पर भाई इंटरनेट में तो मैने सुना है लोग कॉफी पीतें हैं... अरे नही एडे साइबर केफे बोलते हैं जहाँ लोग काफ़ी पीते हुए इंटरनेट करते हैं..अब ज़्यादा दिमाग़ का दही मत कर..भाई मई तो बस ऐसे ही पूछ रहा था..गुस्सा नही होने का..पर भाई लीक किस पाइप से हुआ..अबे तेरे को ठोंक डालूँगा..ये सब इंटरनेट पर विकीलीक वेबसाइट पे आया है.. बोले तो मामू लोग जब फोन करते थे ना तो विकीलीक वालों ने रेकॉर्ड कर लिया..क्या सॉलिड बाट लगाई है सभी मामूओ की...बॅंड बजा के रख दी है सब की..भाई ये मामू लोग तो बड़े शयाने निकले..मतलब हमाम में सब नंगे हैं..और नही तो क्या सर्किट ..अब देख ना कांदा भी 70 रुपये में मिलने लगा..और मामू लोग सिर्फ़ प्लान बनाते रह गये...अभी बापू होते तो अनशन पर बैठ जाते..भाई पर अब अक्खे दुनिया के मामू विकीलीक के बाद क्या कर रहे हैं ..अरे सर्किट क्या होना है..एक बंदे को जेल मे ठूँश दिया है बस लीपा-पोती कर देंगे..अक्खी दुनिया की हालत एक सी है..मामू लोग ग़लती करते हैं और बेचारी जनता भुगतती है!
एक बात बोलूं भाई..हाँ बोल सर्किट..कल अपुन ने ना फ़ोन पे दुव्ईवाले भाई के बारे में शीला को कुछ बोल दिया...अरे अरे सर्किट तू शीला को जानता है..एक मुलाकात करवा ना..अभी मई भी जवान हूँ..अरे भाई मई उस शीला की बात नहीं कर रहा..मई तो अपनी बाजू वाली शीला की बात कर रहा हूँ..अच्छा बोल..भाई कहीं विकीलीक वालों ने लीक कर दिया तो भाई मार डालेगा..अरे एडे नही रे..विकीलीक वालों का हमारे तेरे बातों से कोई मतलब नहीं..वो लोग तो बड़े-बड़े मामूओ की करतूत जनता के सामने लाते हैं..हमारी तुम्हारी क्या हस्ती.भाई ऐसा नही बोलने का..अक्खे इंडिया मे आपको लोग मानते हैं..आपकी भी सॉलिड रेप्युटेशन है...चल हट सर्किट खाली बकवास करता है..अभी बहुत काम है अपने को..बाकी बातें बाद मे!

नोट: मुन्ना भाई और सर्किट कॅरक्टर "मुन्ना भाई" सिरीज़ फिल्म से प्रेरित है!